कन्या राशि वाले जातकों का स्वभाव कुछ-कुछ सरल और कुछ-कुछ कठोर होता है। ऐसे जातकों को प्रकृति से लगाव होता है, इसीलिए इन्हें बागवानी करना और खूबसूरत पौधों की देखभाल करना बेहद पसंद होता है। ये लोग अपने उतावलेपन और जल्दबाज़ी के कारण अकसर मुसीबत में फंस जाते हैं। इनके स्वभाव की सबसे बड़ी कमी यह होती है कि ये बेहद स्वार्थी होते हैं और दूसरों की सलाह को महत्व नहीं देते जिसकी वजह से इन्हें संकट का सामना करना पड़ता है। अक्सर ये दूसरों का मजाक उड़ाने में आनंद लेते हैं, जिसकी वजह से आए दिन इनके संबंध खराब हो जाते हैं। यदि इस राशि का जातक व्यवसाय करना चाहता है तो उसे दूसरों के साथ सहभागी होकर ही व्यवसाय की शुरुआत करनी चाहिए। संभावना है कि अपने परिश्रमी स्वभाव, दृढ़ इच्छा-शक्ति और संकल्प की वजह से इनका व्यापार सफल हो जाए। दूसरों की आलोचना करके अपने लोगों से ही अपना बात-व्यवहार बिगाड़ लेते हैं। उसको सुधारने में फिर काफी समय लगता है। इसके अलावा इनका सबसे बड़ा दुर्गुण बातों को बढ़ा-चढ़ाकर कहने की है। इसकी वजह से कभी-कभी ये हास्यास्पद वाली स्थिति में आ जाते हैं। कन्या राशि के जातकों का कद औसत ऊंचाई का होता है। इस राशि के लोगों की त्वचा का रंग पीला, माथा ऊंचा, आंखें सुंदर और मुंह संवेदनशील होता है। इस राशि वालों के हाथ सुडौल और चौड़े होते हैं। इनका अंगूठा थोड़ा छोटा होता है और हथेली पर सामान्य व्यक्ति की अपेक्षा ज़्यादा रेखाएं होती हैं। इनके सामने वाले दांतों के बीच में थोड़ा अंतर होता हैं और इनकी नाक के अंत में विभाजन होता हैं। कन्या राशि के जातक तेज चलते हैं, लेकिन अपनी चाल के प्रति सतर्क रहते हैं।